सूर्य ग्रहण 2025 का असर
🌑 सूर्य ग्रहण 2025 : तिथि, समय, राशियों पर असर और उपाय 🌑
21 सितम्बर 2025 को इस वर्ष का एक महत्वपूर्ण सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। यह आंशिक सूर्य ग्रहण (Partial Solar Eclipse) होगा। वैज्ञानिक दृष्टि से यह एक खगोलीय घटना है, जबकि ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रहण का विशेष महत्व माना जाता है। आइए जानते हैं सूर्य ग्रहण 2025 की तिथि, समय, राशियों पर इसका असर और इससे जुड़े उपाय।
📅 सूर्य ग्रहण 2025 तिथि और समय (भारतीय समय अनुसार)
ग्रहण प्रारंभ: 21 सितम्बर 2025, रात 10:59 बजे
अधिकतम ग्रहण: 22 सितम्बर 2025, रात 01:11 बजे
ग्रहण समाप्त: 22 सितम्बर 2025, सुबह 03:23 बजे
👉 ध्यान दें: यह ग्रहण भारत से दिखाई नहीं देगा, इसलिए यहाँ सूतक काल लागू नहीं होगा।
यह ग्रहण मुख्यतः ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, दक्षिणी प्रशांत महासागर और अंटार्कटिका से दिखाई देगा।
🌌 ज्योतिषीय महत्व
सूर्य को आत्मा, जीवन शक्ति, पिता और सम्मान का प्रतीक माना जाता है। जब सूर्य पर ग्रहण लगता है, तो इसका सीधा प्रभाव व्यक्ति के आत्मविश्वास, स्वास्थ्य और रिश्तों पर पड़ सकता है।
♈ राशियों पर असर (Surya Grahan 2025 Rashifal)
मेष: करियर में उतार-चढ़ाव, वरिष्ठ अधिकारियों से मतभेद।
वृषभ: धन और पारिवारिक जीवन में अस्थिरता।
मिथुन: रिश्तों में तनाव और मानसिक चिंता।
कर्क: स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ, खासकर आंख और पेट से जुड़ी।
सिंह: आत्मविश्वास में कमी, महत्वपूर्ण फैसलों को टालें।
कन्या: सबसे अधिक असर; काम, स्वास्थ्य और संबंधों में कठिनाई।
तुला: खर्चे अधिक होंगे, छिपे शत्रुओं से सावधान रहें।
वृश्चिक: मित्रों और समाज में मतभेद की संभावना।
धनु: नौकरी और पिता के स्वास्थ्य पर असर।
मकर: यात्राओं और शिक्षा में बाधा।
कुंभ: धन हानि और स्वास्थ्य पर असर।
मीन: दांपत्य जीवन और साझेदारी में तनाव।
🌿 सूर्य ग्रहण 2025 के उपाय
1. सूर्य मंत्र का जाप करें:
“ॐ घृणि सूर्याय नमः”
गायत्री मंत्र का पाठ।
2. दान-पुण्य करें:
तिल, अनाज, वस्त्र और धातु का दान करना शुभ फलदायी रहेगा।
3. साधना और ध्यान करें:
ग्रहण काल में ध्यान, जप और आत्मचिंतन करने से नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं।
🔮 निष्कर्ष
21 सितम्बर 2025 का सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए यहाँ सूतक काल मान्य नहीं होगा। फिर भी ज्योतिषीय दृष्टि से इसका असर कई राशियों पर होगा। विशेषकर कन्या, मिथुन, धनु और मीन राशि वालों को सावधानी बरतनी चाहिए। सही उपाय और मंत्र जाप से ग्रहण के नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है।